छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई-पंडरिया// नवगठित गंडई जिले के शहरी और ग्रामीण इलाके में बिजली कटौती आम हो गई है। उमस भरी गर्मी और ऊपर से लगातार हो रही बिजली की कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। एक बार बिजली गुल होने के बाद लोगों को पता ही नहीं होता कि वो दोबारा कब आएगी। अभी हाल फिलहाल महीनों से एक दिन में दर्जनों बार लाइट गुल हो रही है। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार शिकायत आने के बाद भी अघोषित बिजली कटौती जारी है।
बिना किसी पूर्व सूचना के कई घंटों तक बिजली बंद रहने से लोग परेशान हैं। विभाग द्वारा कभी मेंटेनेंस तो कभी लोड सेडिंग के नाम पर बिजली बंद कर दी जाती है। छोटे फाल्ट के चलते यहां लोगों को आधी रात परेशान होना पड़ता है।

ग्रामीण क्षेत्र सहित शहरों में अचानक सुबह-शाम बिजली कटौती होने से ट्यूबवेल घंटों देर तक बंद रहने की खबर है। ऐसे में ग्रामीणों को पेयजल के लिए भी भटकना पड़ता है। अभी सावन-भादो मुख्य बारिश का मौसम होता है। ऐसे में कई जगहों पर छोटे फाल्ट भी आ जाते हैं। इन्हे सुधारने के नाम पर कई घंटे तक बिजली बंद कर दी जाती है। इससे लोगों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं। खासतौर पर रात में अचानक लाइट बंद कर देने से और रात भर बिजली नहीं आने से लोगों को रतजगा करना पड़ता है। भादो के महीने में उमस भरी गर्मी से बच्चे, महिला और बुजुर्गों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। खास तौर पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की अघोषित कटौती से लोगों में बिजली विभाग के प्रति जमकर नाराजगी देखी जा है।
बार बार ब्रेक डाउन होने की वजह से बिजली गुल हो रही थी। सुधार लिया गया है। लो-वोल्टेज की शिकायत आ रही थी जिसे दूर करने के लिए 132 केव्ही के अधिकारी से बात करके वोल्टेज और बढ़ाया गया है। दिक्कत नहीं होगी।
हरी प्रसाद जंघेल, जेई गंडई
बिजली बिल हाफ का डिंडोरा पीट रहे कांग्रेस की सरकार बिजली को ही हाफ कर दिया है। दिन और रात में अघोषित बिजली कटौती की गिनती नहीं है। आमजनता और व्यापारी बिजली गुल से परेशान हो गए है। भाजपा शासनकाल में उपभोक्ता को बिजली संबंधी शिकायत का मौका ही नहीं था।
रवि भवनानी, अध्यक्ष युवा मोर्चा गंडई

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