छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 खैरागढ़ // जिले के धान खरीदी समिति में अवैध तरीके से खपाने ले जा रहे राइस मिल की धान की बड़ी खेप को एसडीएम प्रकाश राजपूत सहित टीम ने पकड़ने में सफलता पाई है। जिले के कुछ राइस मिलरों सहित व्यावसायियों द्वारा धान खरीदी समितियों में अवैध धान खपाने की लगातार शिकायत प्रशासन को मिल रही थी।
शुक्रवार को सूचना के बाद मौके पर पहुँचे एसडीएम प्रकाश राजपूत ने 350 कटटा अवैध धान सहित माजदा ट्रक को जप्त करने में सफलता मिली है। बताया गया कि उक्त 350 कटटा धान को भंडारपूर के रास्ते खैरागढ़ लाया जा रहा था। मोटा धान के 200 कटटे को ट्रक सीजी 04 एमए 5988 में खैरागढ़ लाते परसबोड़ चौक के पास रूकवा कर जांच के दौरान पकड़ा गया। जबकि ट्रक चालक गोकूल पिता रामलाल साहू की निशानदेही पर भंडारपूर निवासी अभिषेक जैन के गोदाम में बाकी रखे गए 150 कटटा धान को जप्त कर कोटवार के सुपुर्द किया गया है।
धान रिद्धि इंडस्ट्रीज राइस मिल खैरागढ़ से निकली थी। जिसे जिले के किसी समिति में खपाए जाने की तैयारी थी। दो बार करके उक्त धान को समिति में पहुँचाया जाना था। जिले में अवैध धान के खिलाफ पहली बड़ी कार्रवाई धान खरीदी के दौरान की गई है। कार्रवाई में नायब तहसीलदार मोहन लाल झारिया, पटवारी दूर्योधन नायक भी शामिल थे।
धान के मालिक लगाने लगे राजनैतिक दबाव
अवैध धान परिवहन के एसडीएम द्वारा पकड़े जाने के बाद से धान मालिक राजनितिक दल के नेताओ से फोन कराते रहे और कार्रवाई से बचने हथकंड़ा अपनाते रहे। बताया गया कि सत्ता पक्ष के कई राजनेताओ ने भी एसडीएम पर धान को छोड़कर कोई कार्रवाई नहीं करने दबाव बनाने का प्रयास किया।
धान को ट्रक सहित जप्त कर खैरागढ़ थाने के सुपूर्द किया गया है। धान की कीमत लगभग साढ़े तीन लाख रू बताई गई है। एसडीएम प्रकाश राजपूत ने बताया कि मामले में कार्रवाई करते अवैध धान पकड़ा गया है। ट्रक सहित गोदाम में मिले धान को जप्त कर कार्रवाई की जा रही है।
जिले में अब तक 2 लाख 87 हजार 313 मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी
खैरागढ़ जिले में अब तक कुल 2 लाख 87 हजार 313 मेट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने खैरागढ़ जिले में कुल 68 हजार 151 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। धान खरीदी के लगातार जारी रहने के बाद जिला प्रशासन के आदेश के बाद भी परिवहन व्यवस्था में सुधार नहीं आ पाया है। प्रशासन द्वारा अब तक 2 लाख 36 हजार 4 मेट्रिक टन धान परिवहन का डीओ जारी किया गया है, जिसमें से केवल 1 लाख 70 हजार 929 मेट्रिक टन का धान उठाव भर किया गया है। उपार्जन केन्द्रों में अब भी 1 लाख 16 हजार 384 मेट्रिक टन धान शेष है। प्रशासन का दावा है कि धान खरीदी का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। लेकिन अब भी आमदनी सहित कई समितियों में धान जाम होने से खरीदी प्रक्रिया लगातार बाधित हो रही है। आमदनी में सप्ताह भर से परिवहन नहीं होने के चलते धान खरीदी बंद रही।