छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 बेमेतरा // भारत देश के उच्च तकनीकी शिक्षा के सर्वोच्च केंद्र आईआईटी दिल्ली में आज एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन हुआ।#bemetara
इस कांफ्रेंस का विषय था फ्यूचर इन्नोवेशन एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट फॉर एशियन कंट्रीज। इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में समाधान कॉलेज बेमेतरा के डायरेक्टर डॉक्टर अवधेश पटेल ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट के ऊपर अपना रिसर्च पेपर प्रस्तुत किया जिसका विषय था- मध्यस्थ दर्शन सहअस्तित्ववाद के आलोक में सतत एवं अभिनव शिक्षा का स्वरूप।
अवधेश पटेल ने अपनी प्रस्तुति में कहा कि मध्यस्थ दर्शन- सह अस्तित्ववाद से सार्वभौम मानवीय आचरण, सार्वभौम मानवीय शिक्षा, सार्वभौम मानवीय व्यवस्था, सार्वभौम मानवीय संविधान, का व्यवहारिक स्वरूप व्याख्यायित होता है। जिसके परिणाम स्वरूप अमीरी गरीबी में संतुलन और नर नारी में समानता तथा प्रकृति में संतुलन का मार्ग प्रशस्त होता है। वर्तमान शिक्षा और व्यवस्था में अधूरेपन के कारण मानव मानव के साथ और मानव प्रकृति के साथ न्याय और संतुलन पूर्वक नहीं जी पा रहा है यह दर्शन इस बात की आश्वस्ति देता है कि मानव जाति के समस्त प्रश्नों का इस सार्वभौम दर्शन में निहित है शिक्षा के माध्यम से इसके लोक व्यापीकरण होने की आवश्यकता है। ऐसी शिक्षा के माध्यम से ही सतत विकास अर्थात सस्टेनेबल डेवेलपमेंट हो सकता है। सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए सस्टेनेबल माइंड चाहिए, सस्टेनेबल माइंड के लिए सस्टेनेबल लॉ अर्थात प्रकृति प्रदत्त सतत नियमों को समझने और जीने की जरूरत है जो ए नागराज द्वारा प्रतिपादित दर्शन के अध्ययन अभ्यास से पूरा हो सकता है।
समाधान महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक राजेन्द्र वर्मा भी इस कॉन्फ्रेंस में सम्मिलित हुए। इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में भारत देश एवं एशियन देशों के प्रतिभागी सम्मिलित हुए. यह कॉन्फ्रेंस अरविंदो योगा एंड नॉलेज फाउंडेशन सीवी रमन यूनिवर्सिटी, जगन्नाथ इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड साइंस दिल्ली के तत्वाधान में सम्पन्न हुआ।