गंडई-पंडरिया// शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झाल, विकासखंड नवागढ़ जिला बेमेतरा(छ ग) में संस्कृत के व्याख्याता पद पर कार्यरत नीलेश कुमार तिवारी को शोध शीर्षक “वैदिक वाङ्गमये प्राकृतिकापद: प्रबन्धन पर पीएचडी की उपाधि मिली है।
जानकारी के अनुसार इन्हे पूर्व में पंडित रविशंकर शुक्ल विवि रायपुर से स्नातकोत्तर की परीक्षा में प्रथम आने पर स्वर्ण पदक भी प्राप्त हुआ था। संस्कृत के विद्वान के रूप में ख्याति प्राप्त करने वाले नीलेश कुमार तिवारी भागवताचार्य भी हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित होने वाले भागवत कथा में अपने मुखारविंद से लोगों को मोहित करने वाले नीलेश कुमार ने शोध निर्देशक, डॉक्टर रामकिशोर मिश्र प्राध्यापक शासकीय संस्कृत महाविद्यालय रायपुर, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, बाह्य परीक्षक प्रोफेसर दानपति तिवारी विभागाध्यक्ष महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी उत्तर प्रदेश के मार्गदर्शन में यह उपाधि प्राप्त की है।
पंडित निलेश कुमार तिवारी व उनके अनुज पंडित आचार्य गंगेश संस्कृत के ज्ञान को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। जन-जन में भागवत कथा को पहुंचा रहे हैं। संगीतमय भागवत कथा के लिए दोनों चर्चित भी हैं। शिक्षकीय पेशे के साथ लोगों को आध्यात्मिकता की ओर जोड़ने का काम भी दोनों भाई कर रहे हैं।
नीलेश कुमार गंडई के समीप ग्राम भुरभुसी के निवासी स्वर्गीय पंडित महेश्वर तिवारी एवं नंदिनी तिवारी के सुपुत्र एवं पंडित गंगेश शास्त्री के अग्रज हैं। इनकी उपलब्धि पर परिवार मित्रगण एवं गांव के लोगो ने बधाई एवं शुभकामना दी है।