अंतर्राष्ट्रीय खबर डेस्क खबर 24×7 टोक्यो // जापान की पुलिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सुरक्षा कैमरों को एक साथ लाकर नए सिक्योरिटी नेटवर्क का परीक्षण शुरू करने जा रही है। इस नए नेटवर्क से बड़े अपराधों को होने से पहले ही रोकने की उम्मीद है। जापान की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के अनुसार, इस नई तकनीक में वो “चेहरे के आधार पर अपराधी की पहचान करने से बचेंगे। इसके बजाय ये एआई कैमरे तीन तरह के पैटने से नए या पुराने अपराधी की पहचान करेंगे।
ये AI कैमरे व्यक्ति में संदिग्ध गतिविधियों के लिए ‘व्यवहार का पता बंदूकों और अन्य हथियारों के लिए ‘वस्तु का पता’ और प्रतिबंधित क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए ‘घुसपैठ का पता लगाएंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि नए एआई-संचालित कैमरे सावधानी से रहने के लिए साधन प्रदान करते हैं। ये खतरा रोकने के लिए पुलिस को तैयार होने में मदद करेंगे। 2022 में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के हमले में मारे जाने और नए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा पर जानलेवा हमले के असफल प्रयास के बाद पुलिस ऐसे हमले रोकने के लिए काफी जूझ रही है।
पुलिस को उम्मीद है कि ये तकनीक भीड़ और अन्य ध्यान भटकाने वाली स्थितियों में खतरे को पहचान लेगी। जापान इसे मार्च तक शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
घबराहट, बेचैनी और आंखों की हरकत से पता चलेगा
ये तकनीक व्यवहार में घबराहट, बेचैनी, आंखों का तेजी से हिलना आदि पर ध्यान देते हुए संदिग्ध व्यक्ति का पता लगाएगी। ऐसा व्यक्ति मिल जाने के बाद वे उसके पास हथियारों को खोजने की कोशिश करेगी। ये ऐसी गतिविधियों से खुद को प्रशिक्षित करने में भी सक्षम होगी। ये एक ही समय भारी संख्या में लोगों की भीड़ को स्कैन कर निगाह रखने के काबिल है। AI security cameras will identify suspects by behavior even before a crime is committed.. source: