छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 राजनांदगांव// पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अविभाजित राजनांदगांव जिले की 6 सीटों में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। यही नहीं डॉ. रमन सिंह ने अब तक अपने विधानसभा चुनाव में हुए जीत के अंतर के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है।
सर्वाधिक 45085 मत से जीते डॉ. रमन..मतदाताओं ने किये सारे गणित फेल..
राजनांदगांव से चौथी बार जीत दर्ज करते हुए सर्वाधिक 45085 मतों की लीड से जीत दर्ज की है। माना जा रहा था कि डॉ. रमन सिंह को राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण बेल्ट से कम वोट मिलेंगे और इस बेल्ट में कांग्रेस की जीत होगी पर मतदाताओं ने सारे चुनावी गणित को फेल कर दिया है।
डॉ. रमन सिंह ने डोंगरगांव सीट से 2004 में विधानसभा उपचुनाव लड़ा था तब यहां से लगभग 6 हजार मतों से जीत दर्ज की थी। इसके बाद डॉ. रमन ने 2008 में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे स्व. उदय मुदलियार को 33 हजार वोटों के अंतर से परास्त किया था। वहीं डॉ. रमन की जीत का सिलसिला थमा नहीं। 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी अलका मुदलियार को 36 हजार वोटों के अंतर से हराया था।
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी करूणा शुक्ला को 16 हजार वोटों के अंतर से पराजित किया था। डॉ. रमन ने इन चुनावों में हुई जीत के अंतर के आंकड़ों के सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी गिरीश देवांगन को 45 हजार 85 मतों से हराया है। इस तरह डॉ. रमन ने भारी मतों से जीत दर्ज करते हुए राजनांदगांव विधानसभा सीट पर वोटों के अंतर की बड़ी खाई बना दी है। इस आंकड़े को देखकर कांग्रेसीयों के होश उड़ गए हैं।