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Thu. Dec 5th, 2024

नया जिला बनने के बाद स्वास्थ्य सुविधा पटरी से उतरी..एक डॉक्टर राजधानी में अटैच..दूसरे का हो गया तबादला..स्वास्थ्य सुविधा पटरी से उतरी

Health facility derailed after formation of new district..one doctor attached in the capital..other transferred..health facility derailed
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छत्तीसगढ़ खबर डेस्क खबर 24×7 गंडई पंडरिया // गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सपर्ट डॉक्टरों की कमी लगातार बनी हुई है इसके पद खाली होने के कारण शासन की योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों लोगों को नहीं मिल रहा है साथ ही लोगो को इलाज के लिए भटकना भी पड़ रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन लगभग 150 से अधिक ओ पी डी है यहां 70 से 80 हर महीने सुरक्षित डिलीवरी भी होती है इसके बाद भी यहा डॉक्टरों की लगातार कमी बनी हुई है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार

प्रदेश स्तर पर समय समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा संलग्नीकरण(अटैचमैन) खत्म करने का आदेश जारी किया जाता है लेकिन जिले व नगर में आज भी कई अधिकारी कर्मचारी संलग्नीकरण में काम कर रहा हैं, राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में विभागीय सचिव ने स्वास्थ्य संस्थाओं में संलग्नीकरण समाप्त कर अधिकारी, कर्मचारी को उनके मूल स्थान पर पदस्थ करने कहा तो जाता है। लेकिन आज भी व्यवस्था के नाम पर कई अधिकारी कर्मचारी स्वास्थ्य केंद्र में संलग्न है। जैसे गंडई में पदस्थ डॉक्टर योगेश दीवान लगभग 5 से 6 माह पहले आयुष्मान भारत योजना रायपुर में अटैचमेंन है। उनको मूल जगह में पदस्थापना करने के लिए इस दिशा में विभागीय पहल आज तक नही हुई है। जिससे समस्या ज्यों का त्यों बना हुआ है।

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पेंडरवानी में पदस्थ डॉ संदीप भास्कर को जिला हास्पीटल में करा रहे बाबूगिरी

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गंडई से महज 8 किलो मीटर की दूरी पर ग्राम पेंडरवानी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ संदीप भास्कर जो 6 से 7 माह पहले से यहां पदस्थ थे, जिसको वर्तमान समय में खैरागढ़ सिविल अस्पताल में अटैचमेंट कर कार्यालय में बाबूगिरी का काम करा रहे हैं वह ओपीडी बिल्कुल ही नहीं देखते है ,इसे कम से कम गंडई में पदस्थ किया जाए क्योंकि ग्रामीणों एवं नगरवासियों का कहना है की डॉक्टर की ट्रीटमेंट एवं व्यवहार से पूरा गांव खुश है।लोगो ने इसकी तत्काल पदस्थापना गंडई सी एस सी में करने की मांग की है।

गंडई CSC में पदस्थ दो डॉक्टरों में एक राजधानी रायपुर में अटैच है तो दूसरे का जिला चिकित्सालय राजनांदगांव में स्थानांतरण

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंडई में दो स्पेशलिस्ट डॉक्टर (मेडिकल ऑफिसर) जिसमें पहला योगेश दीवान और दूसरा डॉक्टर चंद्रकांत दुर्वासा यहां पदस्थ है, लेकिन सहयोगवंश योगेश दीवान लगभग 6 महीने से संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं रायपुर के आदेश 7 फरवरी 2023 के तहत आयुष्मान भारत योजना में क्लेम राशि सेटलमेंट किए जाने को लेकर अटैचमेंट है वही चंद्रकांत उर्वाषा जो यहां पदस्थ हैं जिसका वर्तमान में जिला चिकित्सालय राजनांदगांव स्थानांतरित कर दिया गया है, हालाकि वह अभी ज्वाइनिंग नही लिया है।


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ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू और बेहतर करने के लिए पर्याप्त प्रयास करने की बात कही जाती है बावजूद इसके नगर में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है यहां ग्रामीण चिकित्सा सेवाएं ( आर एम ए) प्रशांत सोनी लगाकर अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज करके मरीजों को संतुष्ट कर रहे हैं उन्होंने बताया कि यहां प्रतिदिन 150 से अधिक ओपीडी है और 10 से 12 मरीज रोजाना भर्ती भी होते हैं यहां अस्पताल दो पाली में संचालन होता है पहला सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक और दूसरा शाम 5:00 बजे से 7:00 बजे तक निर्धारित है। यहां हर महीने 70 से 80 डिलीवरी भी सही सलामत होता है और इमरजेंसी स्थिति में ही केश को रिफर किया जाता है।

CSC में स्टाफ की कमी, नहीं है एक्सपर्ट डॉक्टर

नगर की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सपर्ट डॉक्टरों की लगातार कमी बनी हुई है पद खाली होने के कारण शासन की योजनाओं का लाभ भी लोगों को ठीक से नहीं मिल रहा है जबकि गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग 45 से अधिक अधिकारी कर्मचारियों का सेटअप की स्वीकृति है जिसमें 20 अधिकारी कर्मचारी ही सेवा दे रहे हैं बाकी पद आज तक रिक्त पड़े हुए हैं यहां रिक्त पड़े पदों में मेडिकल ऑफिसर, शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग, अस्थि रोग विशेषज्ञ, खंड चिकित्सा अधिकारी, नेत्र सहायक अधिकारी, रेडियोलॉजिस्ट, रेडियोग्राफर, स्टाफ नर्स, जैसे महत्वपूर्ण पदों की पद रिक्त है लेकिन आज तक पदों की पूर्ति नहीं हो पाई है यहां अधिकतर पदों की वैकल्पिक व्यवस्था जीवनदीप समिति से कर्मचारी रखकर कार्य का संचालन कर रहे हैं।


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आपातकालीन सेवाओं के लिए 4 डॉक्टरों की नियुक्ति

इधर खंड चिकित्सा अधिकारी छुईखदान डॉ मनीष बघेल ने एक आदेश 20 अप्रैल 2023 को जारी किया गया है जिसमें नवनियुक्त चिकित्सा अधिकारीयो को स्वास्थ्य सेवाओं एवं चिकित्सा सेवाओं में गुणवत्ता के उत्तम क्रियान्वयन संचालन के लिए इमरजेंसी ड्यूटी में कार्य संपादित करने चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लीना देवांगन घिरघोली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,डॉक्टर योगिता पंद्रे गातापार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, डॉक्टर गिरधर वर्मा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुंदेली, डॉक्टर कुलदीप साहू सीएससी छुईखदान को उपरोक्त चारो को गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सप्ताह में 04 दिन के लिए अटैचमेंट किया गया है, बाकी दिनों व समय में चंद्रकांत उर्वाषा मेडिकल ऑफिसर सभी एमएलसीपीएम एवं इमरजेंसी ड्यूटी नियमानुसार कार्य संपादित करेंगे।

संभाल रहे अतिरिक्त प्रभार

गंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल ऑफिसर की कमी के कारण मौजूदा आर एम ए प्रशांत सोनी पूरे अस्पताल का प्रभार संभाले हुए हैं जिसे अतिरिक्त समय के साथ ही मूल कार्य भी करना पड़ रहा है जिससे उन्हें परेशानी भी हो रही है, आपातकालीन सेवाओं के संचालन के लिए यहां चार डॉक्टरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसको भी अपने अपने जगह फील्ड कार्य भी करना होता है ऐसे में उन्हें भी यहां के कार्य करने में परेशानी हो रही है।


नगर सहित जिले भर में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है, यहां के एक डॉक्टर को राजधानी में अटैच कर तनखाह दिया जा रहा है, तो दूसरे का हाल ही में जिला हॉस्पिटल में ट्रांसफर हो चुका है, ऐसे में सीएससी में एक भी नियमित मेडिकल ऑफिसर का ना होना आपातकालीन सेवाए के लिए प्रशासन का मुंह ताकना पड़ जाएगा और स्वास्थ्य सेवाए फिसड्डी हो जाएगी।

खम्हन ताम्रकार, भाजपा नेता


 डॉक्टरों और स्टाफ की कमी के संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है एक डॉक्टर रायपुर में अटैच है और दूसरे का अभी हाल ही में स्थानांतरण हुआ है, अभी वे ज्वाइनिंग नही ली है,इस संबंध में सूचना विभाग को अगवत कराई जा चुकी है,व्यवस्था लगातार बनाई जा रही है।

डॉक्टर मनीष बघेल, बीएमओ, छुईखदान


विधानसभा उपचुनाव में 50 बिस्तर अस्पताल की घोषणा हुआ फेल

भाजपा नेता खम्हन ताम्रकार ने आरोप लगाते हुए बताया कि विधानसभा उपचुनाव के समय सत्ता सरकार में काबीज कांग्रेस की सरकार एवं उनके दिग्गज नेताओं ने गंडई अस्पताल ने 50 बिस्तर का वादा कर पूरे क्षेत्र में ढिंढोरा पीटा था, वो आज कहा गए है, आज तक 50 बिस्तरों का वादा पूरा करने वाले प्रशासन वादा करके मुकर गए। उन्होंने गंडई की जनता के साथ छलावा बताया है सत्ता सरकार में काबिज होने के बाद भी विधायक के द्वारा इस क्षेत्र के लिए कोई प्रयास नहीं किए जाने का आरोप लगाया है। जिसकी निष्क्रियता स्पष्ट रूप से क्षेत्र में दिखाई दे रही है।


 50 बिस्तर अस्पताल मुख्यमंत्री जी की घोषणा है जिसका काम गंडई अस्पताल के ऊपर चालू भी हो चुका है, रही बात डॉक्टरों की समस्या की तो मैं सीएचएमओ सत्यार्थी सर से जानकारी लेता हु। समस्या नहीं होगी, जनहित के विकास में मुख्यमंत्री की प्रथम प्राथमिकता है।

यशोदा वर्मा विधायक खैरागढ़ 


Rohit dewangan-gandai
रिपोर्ट : रोहित देवांगन ,गंडई
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