अंतराष्ट्रीय खबर डेस्क खबर 24×7 नई दिल्ली// हैकर्स ने दुनियाभर के 48.7 करोड़ वॉट्सऐप यूजर्स का डेटा हैक कर इंटरनेट पर बेचने के लिए जारी कर दिया। इनमें 61.62 लाख फोन नंबर भारतीयों के हैं। डेटा में फोन नंबर, देश का नाम और एरिया कोड शामिल हैं। सभी डेटा सक्रिय उपभोक्ताओं के हैं। वॉट्सऐप पर एक महीने में करीब 200 करोड़ यूजर्स एक्टिव रहते हैं। इस हिसाब से 25 फीसदी लोगों का डेटा चोरी हुआ है। इस डेटा का फायदा उठाकर साइबर ठग यूजर्स को चूना लगा सकते हैं। मेटा ने इतनी बड़ी हैकिंग पर कोई बयान जारी नहीं किया है। WhatsApp
साइबर न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक यह हैकिंग 84 देशों में की गई। इंटरनेट पर देशों के अनुसार नंबरों की श्रेणियां बनाकर डेटा बेचा जा रहा है। हैकर ने संदेश में लिखा, ‘आज मैं इन वॉट्सऐप यूजर्स के डेटा बेस को बेच रहा हूं। यह 2022 का हालिया डेटा है। आप इसे खरीदेंगे तो ताजा एक्टिव मोबाइल यूजर्स मिलेंगे।’ मिस्र के सर्वाधिक 4.48 करोड़ यूजर्स का डेटा हैक किया गया। इस सूची में भारत 25वें नंबर पर है। Data theft of 487 million users of WhatsApp
इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप के करोड़ों यूजर्स के डाटा को हैकर्स ने चुरा लिया है। बताया जा रहा है कि भारत, अमेरिका, सऊदी अरब और मिस्र सहित 84 देशों के यूजर्स के डाटा को हैक करके ऑनलाइन बेचा जा रहा है। दुनियाभर के करीब 48.7 करोड़ व्हाट्सएप यूजर्स का डाटा हैक किया गया है। हैक हुए डाटा में 84 देशों के व्हाट्सएप यूजर्स का मोबाइल नंबर भी शामिल है, जिनमें 61.62 लाख फोन नंबर भारतीयों के हैं। बता दें कि इससे पहले पिछली साल फेसबुक के 50 करोड़ से अधिक यूजर्स का डाटा भी चोरी हुआ था। hackers selling online
स्क्रैपिंग तकनीक से दिया अंजाम…
साइबर विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह काम स्क्रैपिंग हैकिंग तकनीक से हुआ। इस तकनीक में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म यूजर्स की जानकारियां बड़ी संख्या में किसी प्रोग्राम के जरिए चुराकर स्टोर की जा सकती हैं। ऐसी गतिविधि वाट्सऐप कंपनी की यूजर शर्तों का उल्लंघन है। खुद वाट्सऐप इसे रोकने में नाकाम रहा। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर स्क्रैपिंग का अनुमान सही है तो यह हैकिंग वाट्सऐप कंपनी की कमजोरी से हुई है। इससे बचने के लिए यूजर्स कुछ नहीं कर सकते थे।
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क्या है कानून…
भारत में आईटी एक्ट की धारा 79 में साधारण डेटा लीक होने पर 3 साल और संवेदनशील डेटा पर 10 साल की सजा का प्रावधान है। अमरीका, चीन, जापान, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और यूरोपीय देशों में डेटा प्रोटेक्शन कानून हैं। भारत में ऐसे कानून की तैयारी चल रही है। Data theft of 487 million users of WhatsApp, hackers selling online
[…] एवं रिश्तेदारों को भी चौंका दिया था।. मृतिका की मृत्यु के संबंध में मृतिका […]
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